EWS Certificate : EWS सर्टिफिकेट समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए हैं। नए प्रकार का आरक्षण सामान्य श्रेणी के अंतर्गत आता है और 2019 से प्रभावी है जो जरूरतमंद लोगों को 10% देता है। गुजरात 14 जनवरी को कानून पारित करने वाला पहला राज्य था जबकि भारत ने इसे 12 दिन बाद राष्ट्रपति की मंजूरी से पारित किया था।
समाज में जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं उन्हें सरकार ews Certificate के जरिए कई लाभ प्रदान करती है। इस प्रमाणपत्र के माध्यम से धारकों को कई लाभ प्राप्त होंगे। जैसे कि स्कूलों या कॉलेजों में सीटें आरक्षित करना या भारत सरकार द्वारा आरक्षित नौकरियों के लिए आवेदन करना। यह सभ काम बड़ी आसानी से इस प्रमाणपत्र के माध्यम से हो जाता है।
सरकारी नौकरी और शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश के लिए कम आय लोगों के पास ईडब्लूएस प्रमाणपत्र होना बहुत अनिवार्य है। हालांकि कई ऐसे लोग है जिनकी आय बहुत कम है वह इस सर्टिफिकेट का लाभ लेना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके बारे कोई जानकारी न होने के कारण वह इस सुविधा से अछूते रह जा रहे हैं। इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि यह EWS सर्टिफिकेट कैसे बनेगा।
आवेदन पत्र को विभिन्न स्रोतों से ऑनलाइन और ऑफलाइन एक्सेस किया जा सकता है। यदि आप भी ईडब्लूएस प्रमाणपत्र के लिए पात्र हैं और इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको EWS प्रमाणपत्र जारी करने से संबंधित सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को जानना चाहिए।
- EWS सर्टिफिकेट को बनवाने के लिए सबसे पहले EWS एप्लीकेशन फॉर्म को डाउनलोड करना होगा।
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी को भरना होगा।
- फॉर्म भरने के बाद पासपोर्ट साइज फोटो लगाकर अपना साइन करना होगा।
- इसके बाद फॉर्म को तहसील या पटवारी के पास जमा करना होगा।
- वेरिफिकेशन के बाद फॉर्म राजस्व निरीक्षक अधिकारी के पास जाएगा दोबारा फॉर्म को वेरिफिकेशन किया जाएगा।
EWS प्रमाणपत्र दस्तावेज आवश्यक
आवेदकों को आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करने होंगे। आवेदन पत्र भरने के समय उनके पास निम्नलिखित दस्तावेज और विवरण होने चाहिए-
- आधार कार्ड
- आईडी प्रूफ
- शपथ पत्र
- भूमि/संपत्ति दस्तावेज
- आवासीय प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
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