Bihar Panchayat election 2021:- विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर बिहार के ग्रामीण पंचायतों में पंचायत चुनाव की आहट की शुरुआत हो चुकी है। साल 2021 जून माह तक ग्राम पंचायत का कार्यकाल बचा हुआ है। सुबह से शाम तक हर चौक-चौराहे पर पंचायत चुनाव के चर्चा के बीच वर्तमान और भविष्य में बनने वाले मुखिया के क्रियाकलापों का विश्लेषण भी ज़ोरो शोरो से किया जा रहा है और चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशी यथा मुखिया, पंसस, सरपंच पद के भावी उम्मीदवार अपने समर्थकों को गोलबंद करने में जुट चुके हैं।
हालांकि अभी चुनावी तारीख का एलान होना बाकी है। पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग election commission एवं पंचायती राज विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है और इसी साल अप्रैल में यानी अब से करीब एक-डेढ़ महीने बाद चुनाव हो सकते हैं। पूर्व कार्यक्रम के अनुसार बिहार का पंचायत चुनाव मार्च से लेकर मई महीने तक कुल 9 चरणों में होना था परन्तु अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पंचायत चुनाव की तारीख कुछ आगे बढ़ सकती है।
वैसे राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा जिले से सम्बंधित सभी डीएम को पंचायत और ग्राम कचहरी चुनाव को लेकर तैयार रहने का निर्देश दिया जा चूका है। निर्वाचन आयोग ने भेजे गाइडलाइन में कहा है कि बिहार पंचायत निर्वाचन नियमावली 2006 के नियम 36 के अंतर्गत राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा नाम निर्देशन से संबंधित सूचना संबंधित जिला परिषद, पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायत के कार्यालय में प्रकाशित की जाएगी, जिसमें नाम निर्देशन की अंतिम तारीख, समय तथा स्थान नामनिर्देशन की समीक्षा के लिए तिथि, समय तथा नाम वापस लेने की तारीख का उल्लेख होगा।
प्रत्याशियों का नामांकन शुल्क
राज्य निर्वाचन आयोग ने बिहार पंचायत चुनाव 2021 में सभी पदों पर नामांकन के लिए शुल्क भी तय कर दिया है, जो निमन्लिखित है।
• ग्राम कचहरी पंच व पंचायत सदस्य का नामांकन शुल्क -२५० रुपये (महिला उम्मीदवार, एस सी, एस टी व पिछड़े वर्गों के उम्मीदवारों के लिए १२५ रुपये) है।
• मुखिया व कचहरी सरपंच का नामांकन शुल्क -१००० रुपये (महिला उम्मीदवार ,एस सी ,एस टी व पिछड़े वर्गों के उम्मीदवारों के लिए ५०० रुपये) है।
• जिला परिषद् कैंडिडेट का नामांकन शुल्क २००० रुपये (महिला उम्मीदवार, एस सी, एस टी व पिछड़े वर्गों के उम्मीदवारों के लिए ५०० रुपये) है।
EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) बना पंचायत चुनाव में देरी की वजह :
बिहार का चुनाव आयोग यह चाहता है की लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की तरह ही बिहार का पंचायत चुनाव भी EVM machine मशीन के जरिये हो, जिससे की जल्द एवं सटीक नतीजे आये। उसके लिए कुल १५००० ईवीएम मशीन की जरूरत पड़ेगी। यही डिमांड बिहार चुनाव आयोग ने केन्द्रीय चुनाव के समक्ष रख दी है। १५००० EVM मशीन की जरूरत इसलिए है कि बिहार का पंचायत चुनाव ६ पदों के लिए हो रहा है। एक मतदान केन्द्र पर ६ EVM मशीन की ज़रूरत होगी और इन्हीं ६ ईवीएम मशीनों के द्वारा मतदाता अपने पंचायत प्रतिनिधि का चुनाव कर पाएंगे।
ईवीएम के लिए बिहार निर्वाचन आयोग को केंद्रीय निर्वाचन आयोग से एनओसी की जरूरत होती है, जो कि अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाया है। एनओसी मिलने में देरी होते देख बिहार निर्वाचन आयोग ने पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिससे बिहार एवं केंद्रीय निर्वाचन आयोग एक दूसरे के आमने सामने हैं। अगर पटना हाई कोर्ट फैसला सुनाने में देरी करता है तो पंचायत चुनाव में देरी की संभावना है।
साल 2021 बिहार पंचायत चुनाव कई मायने में है खास
• toll free number
बिहार पंचायत चुनाव Bihar Panchayat election 2021 के लिए राज्य निर्वाचन आयोग पहली बार मतदाताओं के शिकायत वह सुझाव को लेकर कॉल सेंटर बनाया है। इसके लिए आयोग ने टोल फ्री नंबर 1800 345 72 43 जारी किया है। मतदाता वार्ड पंचायत, पंचायत समिति और जिला पार्षद के संबंध में किसी प्रकार की शिकायत को टोल फ्री नंबर के जरिए सीधे आयोग आयोग तक पहुंचाया जा सकता है अथवा मतदाता को प्रखंड स्तर अनुमंडल स्तर और जिला स्तर पर यदि कोई अधिकारी शिकायतों का निपटारा नहीं करता है या उसमें विलंब करता है तो वह सीधे आयोग के टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
• बिहार चुनाव मे लगभग 6 करोड़ 41 लाख 41 हज़ार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
• कोरोना के साये में कोरोना गाईडलाइन के साथ चुनाव संपन्न होगा।
• EVM के द्वारा पहली बार पंचायत चुनाव संपन्न कराया जायेगा।
•जनप्रतिनिधियों के घर मे एक शौचालय होना जरूरी होगा। घर में शौचालय नही है, तो नही लड़ सकेंगे पंचायत चुनाव।
• महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।
बहरहाल अब देखने वाली बात होगी की चुनावी तारिख का एलान कब तक हो पाता है। किसकी होती है जीत और किसकी हार!!! यह भविष्य के गर्भ में है। अभी जनप्रतिनिधि एवं हम मतदाता सिर्फ चुनावी आंकलन ही कर सकते हैं। लेकिन आप सभी से ये दरख्वास्त जरूर है कि वोट जरूर देने जायें। ये आपका अधिकार है।
By:- Mrinal Sinha
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